केम्बै कंसल्टेंसी के डायरेक्टर डॉक्टर राजवीर सिंह ने बताया कि जॉर्जिया में एमबीबीएस यूरोपियन सिस्टम के तहत 5 वर्ष में होता है जॉर्जिया में अंग्रेजी भाषा का उच्च प्रचलन होने के कारण 5 वर्ष तक प्रैक्टिकल एवं पेशेंट से बात करने में कोई परेशानी नहीं आती है इसलिए जॉर्जिया में एडमिशन से पहले इंग्लिश का टेस्ट लिया जाता है वही बेलारूस ,यूक्रेन ,रूस, चीन, कजाकिस्तान ,उज़्बेकिस्तान ,बांग्लादेश जैसे देशों में अंग्रेजी भाषा का प्रचलन कम होने के कारण बच्चों को वहां सेकंड ईयर से अस्पतालों में प्रैक्टिकल क्लास एवं पेशेंट से बात करने में बहुत बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है इसलिए इन देशों में वहां की स्थानीय भाषा सीखनी होती है जो सीखना बहुत ही मुश्किल भरा होता है जॉर्जिया दुनिया का सबसे सुरक्षित देश होने के कारण वहां भारतीय विद्यार्थी बड़े ही आराम से सुरक्षित माहौल में अपनी पढ़ाई करते हैं जिससे उनके अभिभावकों को सुरक्षा संबंधित कोई फिक्र नहीं रहती है जॉर्जिया की राजधानी त्बिलिसी जिसका तापमान माइनस 1 डिग्री सेल्सियस से प्लस 30 डिग्री सेल्सियस तक के बीच रहता है वहीं रसिया, बेलारूस ,यूक्रेन ,कजाकिस्तान, उज़्बेकिस्तान आदि देशों में तापमान -15 से -30 डिग्री तक जाता है जिसके कारण ठंड से होने वाले त्वचा एवं सांस संबंधी रोगों का सामना करना पड़ता। जॉर्जिया की यूनिवर्सिटी जॉर्जिया की राजधानी त्बिलिसी में होने के कारण राजधानी के बहुत से फायदे बच्चों को मिलते हैं जैसे पढ़ाई का लेवल, प्रैक्टिकल नॉलेज के लिए भरपूर क्लीनिकल पेशेंट, इंटरनेशनल एयरपोर्ट, मार्केट एवं सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होती है । वहीं दूसरे देशों में राजधानी से कॉलेजों की दूरी 1000 किलोमीटर से 2000 किलोमीटर तक होती है जिससे बच्चों को इन सुविधाओं का फायदा नहीं मिलता। वहां बच्चे देश मैं एयरपोर्ट सें 2000 किलोमीटर का सफर करके जाते हैं जो बहुत ही कठिन होता है जॉर्जिया का भारतीय दूतावास येरेवान में स्थित है

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